Hindi Poem- KASHMAKASH DIL KI

hindi-poem-kashmakash-dil-ki
A girl thinking

Poem- Kashmakash dil ki

फिर से कश्मकश ने दस्तक दी है

फिर से बेकरार है दिल

फिर से आइना  कुछ और कह रहा है

फिर से मुस्कराहट गमगीन है

जिस राह पर चल कर पहुची हूँ यहां तक

न जाने कितनी बार गिरी

और सँभलने की कोशिश कर रही हूं अभी तक

इस राह ने बहुत कुछ दिया है मुझे,

पहले से बेहतर बनाया है मुझे

खुद पर ऐतबार कैसे मुख्तलिफ कर देता है तुझे

खुद पर ऐतबार कर, इस ऐतबार पर यकीन दिलाया है मुझे

अब इस राह को पीछे छोड जाने का वक्त आया है शायद

एक नए उड़ान की तैयारी करने का वक्त आया है शायद।

फिरसे गिर जाने से डर लग रहा है मुझे

पर अब गिर कर सँभलने का हुनर ​​सीख लिया है  मैंने

तैयार हूँ  दिल से, इस नए शुरुवात के लिए

आईना भी खुश है... मेरी दिल की आवाज सुन के

Naseema Khatoon


Also, Read

WHY DO PEOPLE LOSE INTEREST IN LIFE?

WHY HAVING FAITH IS IMPORTANT? 6 POINTS TO CONSIDER


KASHMAKASH DIL KI

KASHMAKASH DIL KI

Check out my book ‘THE TREE AND THE WIND’ on Kindle

A book of poem
Inspirational and motivational poem
Please follow and like us:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top
Wordpress Social Share Plugin powered by Ultimatelysocial